https://scontent-lga3-1.cdninstagram.com/v/t51.29350-15/109749131_198254294976008_5040533817794013427_n.jpg?_nc_cat=111&ccb=1-3&_nc_sid=8ae9d6&_nc_ohc=B0tS7xZpXXQAX9BuauS&_nc_oc=AQnn0LbT2xRyw8DFs8obEaGh8Jmemrx_dE7yA0voM_HBJUVVp1aYG_8aMUMv93jhbvo&_nc_ht=scontent-lga3-1.cdninstagram.com&oh=0b5259eb0575324e0aba52edd211090f&oe=60AB550Cकिरदार: अश्वत्थामा
नाटक: अंधा युग
प्रकार: शोकनाट्य
लेखक: धर्मवीर भारती

गुरु द्रोण को धर्मराज युधिष्ठिर ने असत्य का सहारा लेकर कपट से मारा। तब युधिष्ठिर की सत्य के प्रति आस्था कहा थी?
इससे क्रोधित होकर द्रोण पुत्र अश्वत्थामा ने प्रतिशोध की शपथ ली।
नरो वा कुंजरोवा? अगर पांडवो को नर और पशु के बीच अंतर नहीं नजर आता तो अश्वत्थामा जर्जर पशुं है, असहाय अश्वत्थामा सेनापति है दुर्योधन कि उस सेना का जिसमे अब बचे है केवल बूढ़े कृपाचार्य और कायर कृतवर्मा।
धर्मवीर भारती लिखित इस युद्धोउपरांत नाट्य में महाभारत की युद्ध के परिणामों को अलग नजरिए से देखा गया है। वे परिणाम जो हर युद्ध के तरफ देखने का एक अलग नजरिया हमें सौंप जाते है।IMAGE